कंपनी पर जूठे आरोप लगाकर बदनाम करने का षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ कोर्ट में दायर किया गया 500 करोड़ की मानहानि का दावा
विजय शाह ने कहा कि हाईटेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजी कंपनी आर्थिक रूप से सक्षम है और कंपनी अपनी प्रोडेक्ट विश्वभर में पहुंचाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। हालाकि कंपनी का यह विकास कुछ लोगों से सहन नहीं हो रहा और कंपनी पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने की साजिश की जा रही है। हाल ही में मीडिया में यह अप्रमाणित खबर छपी कि एक हाई- टेक कंपनी के शाह दंपत्ति कर्ज चुकाए बिना अमेरिका भाग गए हैं। आज हम आप सबके सामने हैं तो ये कैसे कहा जा सकता है कि हम भाग गए। बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से खुद यह घोषणा की गई है कि हाईटेक कंपनी बैंक के अच्छे ग्राहकों में से एक है। कंपनी आज भी मजबूत है और यह स्पष्ट है कि कंपनी अब यूरोप में विस्तार कर रही है। यह निराधार आरोप कश्यप इंफ्राप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के हिरेन भावसार द्वारा लगाए गए थे, जो हाई- टेक स्वीट वॉटर टेक्नोलॉजीज के साथ व्यापारिक विवादों का इतिहास रखने वाला व्यक्ति है।
इसके अलावा पूर्व में कैलाश लोहिया ने कंपनी की बिहार जल परियोजना में भी धोखाधड़ी की थी। परियोजना के लिए घटिया सौर पैनल/ पंप की आपूर्ति हिरेन भावसार द्वारा की गई थी। कैलाश लोहिया ने अवैध रूप से हाई- टेक स्वीट वाटर टेक्नोलॉजीज ग्रुप कंपनी के शेयरों को अपने नाम पर स्थानांतरित कर लिया और अपनी पत्नी दिशा लोहिया के नाम पर पर्याप्त धनराशि का दुरुपयोग किया।
इस संबंध में कंपनी द्वारा कैलाश लोहिया और उसकी पत्नी दिशा लोहिया के खिलाफ एक आपराधिक मामला भी दायर किया गया था और कैलाश लोहिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जेल की सजा काटने के बाद वर्तमान में दोनों जमानत पर है। इस मामले हाई टेक स्वीट वॉटर कंपनी द्वारा हिरेन भावसार, कैलाश लोहिया और कश्यप इंफा टेक के खिलाफ सूरत कोर्ट में कंपनी को गलत तरीके से बदनाम करने के लिए 500 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा भी दायर किया गया है।